NEET UG 2025 परीक्षा को लेकर एक बड़ा विवाद सामने आया है। इस बार परीक्षा के सेट 45 के सवाल नंबर 63 को लेकर छात्र-छात्राओं और शिक्षकों ने नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि इस प्रश्न में दो सही उत्तर दिए गए हैं, जबकि परीक्षा के नियमों के अनुसार OMR शीट पर केवल एक विकल्प ही सही माना जाता है। ऐसे में यह प्रश्न परीक्षा के मानकों के खिलाफ है और इससे छात्रों को अन्यायपूर्ण तरीके से अंक खोने पड़ सकते हैं।
इस साल 4 मई को आयोजित हुई इस परीक्षा में देशभर से 23 लाख से अधिक अभ्यर्थियों ने भाग लिया था। परीक्षा के बाद कई छात्रों ने कहा कि वे सवाल नंबर 63 को लेकर उलझन में पड़ गए थे। एक छात्र ने बताया, “मैंने सवाल छोड़ दिया क्योंकि दोनों उत्तर सही लग रहे थे। ऐसे में अगर दोनों विकल्प सही हैं, तो हमें दंडित नहीं किया जाना चाहिए।”
दिल्ली विश्वविद्यालय के एक प्रोफेसर ने इस मुद्दे पर NTA को ईमेल के माध्यम से पत्र लिखकर सवाल को शून्य घोषित करने की मांग की है। उनका कहना है, “इतने महत्वपूर्ण और प्रतिस्पर्धी परीक्षा में इस तरह का अस्पष्ट (ambiguous) सवाल नहीं होना चाहिए। यह न सिर्फ परीक्षा के मानकों को कमज़ोर करता है, बल्कि इससे छात्रों का भविष्य भी प्रभावित होता है।” उन्होंने आगे लिखा, “हम आपसे आग्रह करते हैं कि इस प्रश्न को निष्पक्षता के हित में शून्य कर दिया जाए।”
शिक्षकों और कोचिंग संस्थानों ने भी इस मुद्दे को गंभीरता से लिया है। उनका कहना है कि NEET जैसी प्रतिस्पर्धी परीक्षा में हर अंक मायने रखता है। किसी एक गलत या भ्रमित करने वाले सवाल से छात्रों की रैंकिंग प्रभावित हो सकती है और इससे उनके एडमिशन का पूरा परिणाम बदल सकता है। दिल्ली स्थित एक कोचिंग संस्थान के फैकल्टी सदस्य ने कहा, “इस तरह के सवाल से मेरिट पर असर पड़ता है। अगर यह गलती सुधारने में देर हुई, तो हजारों छात्रों को नुकसान होगा।”
अब तक NTA की ओर से इस पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है। लेकिन छात्रों और शिक्षकों की मांग है कि इस प्रश्न को जल्द से जल्द रद्द किया जाए ताकि परीक्षा परिणाम निष्पक्ष और संतुलित रह सके।