बीपीएल (Below Poverty Line) कार्ड धारकों की सूची से गलत आय दिखाकर शामिल हुए लाखों परिवारों को बाहर कर दिया गया है। पिछले दो महीनों में करीब 4.45 लाख परिवारों के बीपीएल राशन कार्ड रद्द कर दिए गए हैं, जिससे अब जुलाई से इन परिवारों को राशन नहीं मिलेगा।
क्या है मामला?
राज्य सरकार ने बीपीएल कार्ड धारकों की आय और पात्रता की समीक्षा शुरू की थी। जिन परिवारों ने गलत आय जानकारी देकर बीपीएल कार्ड बनवाया था, उन्हें सूची से हटा दिया गया है। केवल पिछले महीने की बात करें तो 3,27,832 राशन कार्ड रद्द किए गए, और जुलाई के लिए 1,17,361 परिवारों के बीपीएल कार्ड काटे गए हैं।
इस कार्रवाई के बाद मई 2024 में जहां बीपीएल राशन कार्ड धारकों की संख्या 52,50,740 थी, वहीं अब जुलाई में यह घटकर 48,05,547 हो गई है। यानि दो महीनों में 4,45,193 परिवार बीपीएल सूची से बाहर हो चुके हैं।
बीपीएल राशन कार्ड कटने का जिलेवार ब्यौरा (जुलाई 2025):
जिला | पहले कटे | अब कटे (जुलाई) |
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अंबाला | 2,10,231 | 6,011 |
भिवानी | 2,38,670 | 4,449 |
चरखी दादरी | 92,708 | 2,793 |
झज्जर | 1,67,158 | 4,116 |
कैथल | 2,19,115 | 4,309 |
करनाल | 3,07,105 | 5,423 |
कुरुक्षेत्र | 1,90,871 | 3,456 |
पानीपत | 2,59,156 | 4,473 |
रोहतक | 1,87,544 | 4,669 |
सोनीपत | 2,63,025 | 4,765 |
यमुनानगर | 2,58,560 | 7,290 |
किन जिलों में सबसे ज्यादा कार्ड रद्द हुए?
जुलाई माह में सिरसा, फरीदाबाद और हिसार जिलों में सबसे ज्यादा बीपीएल कार्ड रद्द हुए हैं:
- सिरसा: 8,779 कार्ड
- फरीदाबाद: 8,356 कार्ड
- हिसार: 7,482 कार्ड
- पंचकूला: सबसे कम 1,921 कार्ड रद्द
इसका असर और आगे की प्रक्रिया
राज्य सरकार की योजना है कि जिन परिवारों की आर्थिक स्थिति अब बीपीएल मानकों के अनुरूप नहीं है, उन्हें इस योजना से बाहर किया जाए, ताकि असली जरूरतमंदों को ही लाभ मिल सके। इसमें उन परिवारों को प्राथमिकता दी जा रही है जिनकी आय दस्तावेजों के आधार पर सीमा से ऊपर है।
हालांकि, इससे वास्तविक पात्र लेकिन तकनीकी कारणों से बाहर हुए परिवारों की चिंता भी बढ़ गई है। सरकार का कहना है कि अपात्र पाए गए परिवारों को पुनर्विचार प्रक्रिया के तहत मौका मिलेगा, बशर्ते वे अपनी पात्रता साबित कर सकें।