प्रदेश की सड़कों को पूरी तरह से गड़बड़मुक्त करने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया जा रहा है। सरकार ने आमजन की शिकायतों को तेजी से हल करने के लिए हरपथ-2.0 नामक नया एप्लीकेशन लॉन्च करने की योजना बनाई है। यह ऐप 20 जून 2025 से राज्य की सड़कों से जुड़ी सभी शिकायतों को लेकर काम करेगा और लोगों को खराब सड़कों की शिकायत सीधे इस ऐप पर करने का मौका देगा।
प्रदेश में फिलहाल 47,146 सड़कों का सर्वे हो चुका है जिसमें सड़क की लंबाई 6495.3 किलोमीटर मापी गई है। सड़क निर्माण से जुड़े विभिन्न विभागों को 20 जून तक अपनी-अपनी सड़कों का डेटा और गुणवत्ता का ब्यौरा ऐप पर अपलोड करना होगा। इससे पहले हरपथ-2.0 ऐप का पूरी तरह से परीक्षण और प्रशिक्षण विभागों को दिया जा चुका है ताकि सड़क विशेषज्ञ सीधे ऐप पर अपनी निरीक्षण रिपोर्ट अपलोड कर सकें।
हरपथ-2.0 ऐप जीआईएस (जियोग्राफिक इन्फॉर्मेशन सिस्टम) तकनीक पर आधारित है, जो सड़क की स्थिति की सटीक जानकारी एकत्र करता है। इसके माध्यम से प्रदेश के लोक निर्माण विभाग, नगर निगम, हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण, मार्केटिंग बोर्ड, हाउसिंग बोर्ड, औद्योगिक एवं अवसंरचना विभाग समेत पंचायत राज विभाग तक सड़क से जुड़ी हर शिकायत का समाधान संभव होगा।
हरपथ योजना की शुरुआत वर्ष 2017 में हुई थी। अब तक कुल 64,346 शिकायतें प्राप्त हुईं, जिनमें से 52,505 शिकायतों का समाधान कर दिया गया। 9575 शिकायतें पूरी तरह से ठीक होने योग्य नहीं थीं, इसलिए उनका रद्दीकरण किया गया। बाकी 18,327 शिकायतों की पुनः जांच जारी है और 2266 शिकायतों पर अभी भी कार्रवाई की प्रक्रिया जारी है।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने भी इस ऐप की उपयोगिता को लेकर मासिक समीक्षा बैठक में विशेष चर्चा की है। उनका मानना है कि हरपथ-2.0 ऐप से प्रदेश की सड़कों की गुणवत्ता में सुधार होगा और जनता को शीघ्र शिकायत निवारण की सुविधा मिलेगी।
यह पहल न केवल सड़क व्यवस्था को सुधारने में मदद करेगी बल्कि लोगों का भरोसा भी बढ़ाएगी कि उनकी समस्याएं जल्द से जल्द समाधान पाएंगी।
हरपथ-2.0 ऐप लॉन्च होने के बाद लोग अपने मोबाइल से आसानी से सड़क की खराबी की फोटो अपलोड करके शिकायत दर्ज करा सकेंगे और उसका फॉलोअप भी देख सकेंगे।