देशभर के लाखों मेडिकल अभ्यर्थी इस समय NEET 2025 के परिणाम का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। हालांकि, हालिया घटनाक्रम ने इस इंतजार को और भी तनावपूर्ण बना दिया है।
NEET 2025 की परीक्षा 4 मई को आयोजित की गई थी, और प्रारंभिक योजना के अनुसार, रिजल्ट 14 जून 2025 को जारी किया जाना था। लेकिन, मद्रास हाई कोर्ट और मध्य प्रदेश हाई कोर्ट ने परीक्षा के दौरान हुई अनियमितताओं के चलते रिजल्ट पर अस्थायी रोक लगा दी है।
मद्रास हाई कोर्ट में दायर याचिका में कहा गया है कि चेन्नई के अवाडी परीक्षा केंद्र में बिजली कटौती और बारिश के कारण परीक्षा बाधित हुई, जिससे छात्रों को परीक्षा देने में कठिनाई हुई। कोर्ट ने NTA से 2 जून तक जवाब मांगा है और तब तक रिजल्ट जारी करने पर रोक लगाई है।
इसी तरह, मध्य प्रदेश हाई कोर्ट में भी इंदौर और उज्जैन के परीक्षा केंद्रों में बिजली कटौती और अन्य समस्याओं के कारण परीक्षा में व्यवधान की शिकायतें आई हैं। कोर्ट ने NTA से जवाब मांगा है और तब तक रिजल्ट जारी करने पर रोक लगाई है।
इन अदालती कार्यवाहियों के चलते, NEET 2025 का रिजल्ट निर्धारित समय पर जारी नहीं हो पाएगा। इसका सीधा असर कटऑफ स्कोर और काउंसलिंग प्रक्रिया पर पड़ेगा।
पिछले वर्ष, सामान्य वर्ग के लिए NEET क्वालीफाइंग कटऑफ 720-162 था। ओबीसी, एससी और एसटी श्रेणियों के लिए, क्वालीफाइंग कटऑफ 161-127 थी। PwD (सामान्य/UR) के लिए, कटऑफ 161-144 थी, और PwD (आरक्षित) के लिए, यह 143-127 थी। इस बार, परीक्षा में शामिल छात्रों की संख्या और पेपर के स्तर को देखते हुए, कटऑफ में मामूली बदलाव की संभावना है।
रिजल्ट जारी होने के बाद, ऑल इंडिया कोटा और राज्य कोटा के तहत काउंसलिंग प्रक्रिया शुरू होगी। लेकिन, कोर्ट के आदेशों के चलते, यह प्रक्रिया भी प्रभावित हो सकती है।
छात्रों को सलाह दी जाती है कि वे NTA की आधिकारिक वेबसाइट पर नियमित रूप से अपडेट चेक करते रहें और किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें।